भोपाल, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में सोमवार को डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडे स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय, रतलाम की प्रथम सामान्य परिषद की बैठक हुई। भोपाल स्थित अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने रतलाम मेडिकल कॉलेज में हाल ही में शिक्षकों की तेज़ गति से की गई नियुक्तियों की सराहना की और निर्देश दिए कि नर्सिंग, पैरामेडिकल एवं अन्य आवश्यक पदों की भर्ती प्रक्रिया को भी प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और औपचारिकताओं की समयसीमा में पूर्ति सुनिश्चित हो। उन्होंने प्रोफेसरों की समय पर पदोन्नति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए तथा मेडिकल कॉलेज की संचित निधि से किए जाने वाले कार्यों का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने को कहा, जिससे संसाधनों का प्रभावी उपयोग हो सके।
बैठक में कार्यकारिणी समिति की प्रथम से पंद्रहवीं बैठकों में अनुमोदित कार्यों को सामान्य परिषद के अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया, जिनमें 12 बिस्तरों की हाइब्रिड पीडियाट्रिक केयर यूनिट, सीसीएचयू, वीआरडीएल लैब, बायोमेडिकल वेस्ट के परिवहन एवं निष्पादन की व्यवस्था तथा ऑय बैंक की स्थापना जैसे कार्य सम्मिलित थे।
बैठक में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कुमार काश्यप भी शामिल हुए। उन्होंने रतलाम मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन और एमआरआई जैसी उन्नत डायग्नोस्टिक सेवाएं प्रारंभ करने का आग्रह किया। उन्होंने जनऔषधि केंद्र के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित कर कार्य प्रारंभ करने पर भी ज़ोर दिया। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने उक्त बिंदुओं पर सहमति व्यक्त करते हुए अधिकारियों को शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल सहित कैथ लैब और अन्य सेवाओं का होगा विस्तार
रतलाम मेडिकल कॉलेज में अधोसंरचना विस्तार के तहत सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण हेतु 8.490 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जा चुकी है, जिसकी कुल अनुमानित लागत रुपये 180 करोड़ है। इसी प्रकार, पैरामेडिकल कॉलेज के निर्माण हेतु भी 3.1 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है, जिसकी अनुमानित लागत रुपये 14 करोड़ है। कैथ लैब की स्थापना का कार्य आउटसोर्सिंग मॉडल पर प्रस्तावित है, जिसकी प्रशासनिक प्रक्रियाएं प्रचलन में हैं। वर्तमान विश्राम गृह की अनुपयुक्त स्थिति को देखते हुए 200-बेड की क्षमता वाले नवीन विश्राम भवन के लिए चिकित्सालय के मुख्य द्वार के समीप 1073 वर्ग मीटर भूमि चिन्हित की गई है।
मेडिकल कॉलेज परिसर में आई.पी.एच.एल. लैब की स्थापना प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) के अंतर्गत प्रस्तावित है, जिसकी आधारभूत तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी हैं। बर्न यूनिट, स्किल लैब (रुपये 2.35 करोड़), ए.आर.टी. सेंटर (रुपये 19.21 लाख), एम.एन.सी.यू. यूनिट, एम.डी.आर. वार्ड तथा अंग पुनर्प्राप्ति केंद्र की स्थापना की कार्यवाही भी विभिन्न स्तरों पर जारी है। सीटी स्कैन (रुपये 12 करोड़) और एमआरआई (रुपये 6.22 करोड़) जैसी महत्त्वपूर्ण डायग्नोस्टिक सुविधाएं मेडिकल कॉलेज परिसर में शुरू किए जाने हेतु प्रस्तावित हैं। इन सुविधाओं के लिए आवश्यक स्थान और विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था पूर्व से उपलब्ध है तथा रेडियोलॉजिस्ट व स्टाफ की भी पदस्थापना की जा चुकी है।
छात्रावास सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु 180 यूजी, 180 इंटर्न्स और 300 पीजी छात्रों के लिए नए हॉस्टलों का निर्माण प्रस्तावित है। वर्तमान में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों को नर्सिंग हॉस्टल में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रखा गया है, जबकि इंटर्न्स एवं पीजी छात्रों के लिए पृथक हॉस्टल की अनुपलब्धता के कारण उन्हें जूनियर व सीनियर रेजिडेंट हॉस्टल में समायोजित किया गया है। साथ ही कॉलेज परिसर में 500 सीटों की क्षमता वाला एक आधुनिक सभागार तथा चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के लिए आवासीय भवनों के निर्माण की आवश्यकता भी चिन्हित की गई है।
डीन डॉ. मूथा ने संचालन, आय-व्यय विवरण सहित भविष्य की कार्ययोजना की दी जानकारी
डीन डॉ. अनीता मूथा ने स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय, रतलाम का वर्ष 2018-19 से 2023-24 तक का आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में एमबीबीएस कोर्स के लिए एनएमसी से मान्यता प्राप्त होने के बाद 150 सीटों के साथ प्रथम बैच प्रारंभ किया गया। वर्ष 2019 से 30 ईडब्ल्यूएस सीटों सहित कुल 180 छात्रों का प्रवेश प्रारंभ हुआ और वर्तमान में कुल 720 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें वर्ष 2020 के 180 विद्यार्थी इंटर्नशिप कर रहे हैं। पीजी पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में सामुदायिक चिकित्सा विभाग में 3 सीटों की मान्यता प्राप्त हुई थी, वर्ष 2023 में 11 विभागों में 56 सीटें और वर्ष 2024 में 5 विभागों में 23 सीटों की मान्यता प्राप्त हुई है। वर्तमान में कुल 17 विभागों में 82 पीजी सीटों की मान्यता है, जिनमें तीन बैचों में कुल 132 छात्र अध्ययनरत हैं। पैरामेडिकल कोर्सेस वर्ष 2020-21 से संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें 8 कोर्सेस में कुल 95 सीटें स्वीकृत हैं तथा वर्तमान में 138 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इसके अतिरिक्त, निजी नर्सिंग कॉलेजों के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने हेतु भी संस्थान को नामांकित किया गया है, जहाँ विगत वर्ष 255 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
रतलाम मेडिकल कॉलेज को चिकित्सा, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग संवर्गों की परीक्षाएं आयोजित करने हेतु परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जहाँ विगत वर्ष लगभग 5000 परीक्षार्थियों की परीक्षाएं सफलता पूर्वक संपन्न कराई गईं। वर्तमान में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत कुल 160 स्वीकृत शिक्षकीय पदों में से 119 पद भरे गए हैं, जबकि 41 पद रिक्त हैं। इनमें प्राध्यापक के 22 में से 18, सह-प्राध्यापक के 42 में से 39, सहायक प्राध्यापक के 61 में से 41 तथा प्रदर्शक के 35 में से 21 पद कार्यरत हैं। नर्सिंग ऑफिसर के कुल 404 स्वीकृत पदों में से 336 पद भरे गए हैं और 68 पद रिक्त हैं, जिनकी भर्ती की प्रक्रिया शासन स्तर पर प्रचलन में है। पैरा मेडिकल संवर्ग में सीधी भर्ती हेतु स्वीकृत 149 पदों में से अब तक 101 पदों पर नियुक्ति की जा चुकी है, जबकि 48 पद रिक्त हैं। वर्ष 2020 में 149 में से 95 पद कर्मचारी चयन मंडल द्वारा भरे गए, वर्ष 2022 में एमपी ऑनलाइन के माध्यम से 44 में से 17 पदों पर भर्ती की गई, जबकि वर्ष 2024 में विशेष भर्ती अभियान के अंतर्गत 1 पद भरा गया। इसी वर्ष 29 अतिरिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया भी प्रचलन में है। एमडी एनएचएम डॉ. सलोनी सिडाना, स्थानीय जनप्रतिनिधि और परिषद के सदस्य उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) तोमर
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