धर्मशाला, 21 जून (Udaipur Kiran) । भारत निर्वाचन आयोग की 10 सदस्यीय टीम ने अभिषेक अग्रहरि के नेतृत्व में शनिवार को कांगड़ा जिला के दुर्गम मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर इन क्षेत्रों में चुनावी तैयारियों का आंकलन किया। टीम ने शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले दुर्गम मतदान केंद्रों सुक्खु घ्राट, मनोह, तथा बोध सारना आदि मतदान केंद्रों को जांचा। ये मतदान केंद्र राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा चुनौती पूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों के रूप में चिह्नित किए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान टीम ने संबंधित बूथ लेवल अधिकारियों से मुलाकात कर क्षेत्रीय स्तर पर आने वाली प्रशासनिक व लॉजिस्टिक चुनौतियों की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही स्थानीय नागरिकों से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना गया।
टीम के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस दौरे का उद्देश्य भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया को और अधिक प्रभावशाली, पारदर्शी और समावेशी बनाना है। इस दौरे के माध्यम से न केवल चुनावों के आयोजन का मूल्यांकन किया जा रहा है, बल्कि मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता, पहुंच एवं संसाधनों की स्थिति का भी गहन मूल्यांकन किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान शाहपुर उपमंडल के तहसीलदार दीक्षांत ठाकुर भी उपस्थित रहे। उन्होंने टीम को स्थानीय स्तर पर नागरिकों द्वारा उठाई गई समस्याओं से अवगत कराया तथा क्षेत्र की प्रमुख आवश्यकताओं की जानकारी दी।
टीम ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने तथा विवरण में संशोधन की प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया और बूथ लेवल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि योग्य मतदाताओं का समावेश और अयोग्य नामों का समय पर व सही ढंग से विलोप न हो। इस संदर्भ में समय बद्धता, सटीकता और पारदर्शिता को प्राथमिकता देने की बात कही गई।
इससे पूर्व बूथ लेवल अधिकारियों के लिए एक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें उनके कर्तव्यों व दायित्वों पर विस्तृत चर्चा की गई। टीम द्वारा उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना गया और यह आश्वासन दिया गया कि आयोग उनकी समस्याओं के समाधान हेतु प्रतिबद्ध है। बूथ लेवल अधिकारियों को निर्वाचन प्रक्रिया की रीढ़ बताया गया और उनके कार्य की सराहना की गई।
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(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया