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राजस्थान में बीटीपी के 45 पदाधिकारी कांग्रेस में शामिल

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जयपुर, 6 नवंबर (Udaipur Kiran) . Rajasthan की राजनीति में गुरुवार को बड़ा बदलाव तब देखने को मिला जब Indian ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलाध्यक्षों सहित 45 प्रमुख पदाधिकारियों ने मंगलवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया. ये सभी जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी वॉर रूम में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के समक्ष कांग्रेस में शामिल हुए.

इस मौके पर आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक गणेश घोगरा, सागवाड़ा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी कैलाश कुमार भील, सांसद भजनलाल जाटव और पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद भी मौजूद रहे.

पत्रकारों से बातचीत में प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में पिछड़ों और आदिवासियों का समर्थन अब कांग्रेस पार्टी को मिल रहा है. बीटीपी के मुख्य पदाधिकारी अब कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के उत्थान के लिए कार्य किया है, जबकि वर्तमान भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर जनहित के कार्यों को रोक रही है.

डोटासरा ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा वोट चोरी कर सरकारें बना रही है और चुनाव आयोग मौन दर्शक बना हुआ है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा संसद में किए गए खुलासों से भाजपा नेताओं की नींद उड़ गई है, क्योंकि उनके पास अब कोई जवाब नहीं है. चुनाव आयोग पर भी उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग की निष्पक्षता अब संदिग्ध होती जा रही है.

उन्होंने कहा कि Haryana में ब्राजील मॉडल की तर्ज पर चुनावों में गड़बड़ी के प्रमाण खुद राहुल गांधी ने देश के सामने रखे हैं. भाजपा का यह “ब्राजील मॉडल” लोकतंत्र पर सीधा हमला है. वहीं Rajasthan में भी Gujarat मॉडल के नाम पर बाहर के व्यापारी प्रदेश की संपदा को लूटने का काम कर रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि अंता विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया था जिस पर 27-28 आपराधिक मुकदमे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए जनता को गुमराह किया, लेकिन अब वह व्यक्ति दोष सिद्ध होने पर अयोग्य घोषित हो गया.

उन्होंने कहा कि भाजपा में आंतरिक कलह चरम पर है. Chief Minister और पूर्व Chief Minister तक उम्मीदवार तय नहीं कर पाए. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का यह कहना कि जीतने पर प्रत्याशी को मंत्री बनाया जाएगा, उनकी हताशा और हार की स्वीकृति है.

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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