भारतीय लड़ाकू विमान ‘राफेल’ और आईएनएस ‘विक्रांत’ के चित्रों संग आरती उतारी गई
वाराणसी, 10 मई . भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच शनिवार को काशी में देश की सुरक्षा और सैन्य विजय के लिए विशेष धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किया गया. कज्जाकपुरा स्थित पौराणिक लाट भैरव मंदिर में ‘नमामि गंगे गंगा विचार मंच’ और ‘श्री कपाल भैरव प्रबंधक समिति’ के तत्वावधान में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की कामना की गई.
मंच के जिला संयोजक शिवम अग्रहरि के संयोजन में न्याय के प्रतीक बाबा लाट भैरव के विग्रह पर सिंदूर लेपन कर राष्ट्र की सुरक्षा में लगे सैनिकों को शक्ति और विजय का आशीर्वाद मांगा गया. उपस्थित श्रद्धालुओं ने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर वीर जवानों के सम्मान में नारे लगाए और भारत की एकता एवं अखंडता की रक्षा हेतु संकल्प लिया.
इस अवसर पर महिलाओं ने ‘राफेल’ और ‘आईएनएस विक्रांत’ के चित्रों के साथ आरती उतारकर देश की सैन्य शक्ति को सम्मान अर्पित किया. वहीं मंदिर परिसर के प्राचीन लाट भैरव तालाब के निकट रंगोली कलाकार चांदनी विश्वकर्मा ने सेना को समर्पित एक आकर्षक रंगोली बनाकर कार्यक्रम को जीवंतता प्रदान की.
धार्मिक अनुष्ठान के पश्चात युवाओं ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’, ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ जैसे राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत नारों के साथ वातावरण को गुंजायमान कर दिया. शिवम अग्रहरि ने कहा, भारतीय सैन्य बलों की वीरता और त्याग के कारण ही हम आज चैन की नींद सोते हैं. ईश्वर उन्हें और सामर्थ्यवान बनाए.
इस आयोजन में संजय पांडेय, जय विश्वकर्मा, किरण पांडेय, पूजा गुप्ता, सपना वर्मा, अमन, कार्तिक, शिवाय और राजेश आदि शामिल रहे.
/ श्रीधर त्रिपाठी
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