हरिद्वार, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रावण मास के कांवड़ मेले के तीसरे दिन हरिद्वार में लाखों शिवभक्त हर की पैड़ी और गंगा घाटों पर उमड़ रहे हैं। हादसों को रोकने के लिए इस बार एसडीआरएफ ने हाईटेक प्लानिंग के तहत ‘ड्रोन निगरानी’ को अपनाया है।
एसडीआरएफ की टीमें ड्रोन से घाटों पर नजर रखती हैं। जैसे ही कोई श्रद्धालु गंगा के बहाव में फंसता है या रेलिंग पार करता है, ड्रोन ऑपरेटर तुरंत संदेश भेजता है। मोटर बोट टीम कुछ क्षणाें में पहुंचकर श्रद्धालु को सुरक्षित निकाल लेती है। एक जवान ड्रोन उड़ाता है, दूसरा दूरबीन से निगरानी करता है, तीसरा वायरलेस पर संचार करता है और चौथा बोट को तैयार रखता है। ड्रोन और मोटर बोट के साथ हाईटेक निगरानी ने हरिद्वार के घाटों को और अधिक सुरक्षित बना दिया है।
एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कविंद्र सजवाण ने बताया कि इस अभियान से हर रोज़ न जाने कितनी जानें बचाई बचाई जा रहीं है। हर की पैड़ी सहित बड़े घाटों पर एसडीआरएफ की टीम में 24 x 7 निगरानी कर रही है। सजवाण का कहना है, यह केवल ड्यूटी नहीं, एक पुण्य है। यही मानकर एसडीआरएफ के जवान गर्मी, बारिश और भीड़भाड़ में भी बिना रुके ‘शिव भक्तों की जान की रक्षा’ में लगे हुए हैं।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
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