गेहूं उठान व भुगतान के सभी दावे पूरी तरह से फेल साबित हुएहिसार, 3 मई . हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा है कि सरकार की लापरवाही के कारण हिसार व हरियाणा में लगभग 65 लाख क्विंटल गेहूं व सरसों भीग गई है. इससे पहले भी दो बार बारिश होने के कारण लाखों मैट्रिक टन गेहूं भीगने के कारण खराब हो गई है जबकि बार-बार मौसम विभाग द्वारा प्रदेश में बारिश बताने के बावजूद भी सरकार ने गेहूं का उठान समय पर नहीं किया. जिसके कारण बारिश में अनाज खराब होने से करोड़ों का नुकसान हो गया है.बजरंग गर्ग शनिवार काे व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में बारिश के कारण गेहूं व सरसों भीगने पर चिंता जताई गई. उन्होंने कहा कि गेहूं व सरसों की खरीद व उठान लेट करने के कारण किसान व आढ़तियों को भारी नुकसान हुआ है. गेहूं खरीद 1 अप्रैल से शुरु हो गई थी मगर गेहूं उठान का टैंडर सरकार ने 12 अप्रैल तक दिया और गेहूं के लिए मंडियों में बारदाना देने में भी काफी देरी की गई जिस कारण उठान ना होने से लाखों मीट्रिक टन गेहूं व सरसों मंडी व सड़कों पर खुले में पड़ी रही. एक तरफ बारिश के कारण अनाज खराब हुआ दूसरी तरफ बिजली विभाग की लापरवाही के कारण बिजली की तारें खेतों में नीचे लटकने कै कारण हजारों एकड़ में गेहूं जलकर राख हो गई. सरकार को गेहूं बारिश व जलने के कारण जो नुकसान हुआ है उस नुकसान का तुरंत भुगतान किया जाए. मंडियों में जो गेहूं व सरसों पड़ी है उसका तुरंत प्रभाव से उठान किया जाएं क्योंकि मौसम विभाग द्वारा आगे चार दिन बारिश व आंधी आने की आशंका जाहिर की है. बजरंग गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री का 48 घंटे में गेहूं खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे पूरी तरह फेल सिद्ध हुए है. सरकार का 48 घंटे में भुगतान करना तो दूर की बात गेहूं का उठान 15 से 20 दिन तक मंडियों से नहीं हुआ. सरकार की तरफ से गेहूं खरीद, उठान व भुगतान समय पर ना होने से किसान व आढ़तियों में भारी नाराजगी है. सरकार को गेहूं, धान, सरसों, नरमा व हर फसल खरीद के लिए मण्डियों में पुख्ता प्रबंध करने चाहिए. सरकार को गेहूं व धान खरीद से पहले अनाज उठान के टेंडर व मंडियों में बारदाना की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि खरीद व उठान में बार-बार देरी के कारण किसान व आढ़तियों को दिक्कत का सामना ना करना पड़े. इस अवसर पर अनाज मंडी जिला प्रधान पवन गर्ग, उप प्रधान बजरंग असरावां, संजय नागपाल, नरेश राजलीवाला, पूर्व प्रधान संजय गोयल, मंदिर प्रधान अशोक गुप्ता, सचिव जगदीश गोदारा, खल चूरी एसोसिएशन के प्रधान त्रिलोक कंसल, पवन गोयल, व्यापार मंडल के संगठन मंत्री राजेंद्र बंसल, प्रदेश सहसचिव निरंजन गोयल आदि व्यापारी प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे.
/ राजेश्वर
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