जींद, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । अलेवा थाना पुलिस ने फर्जी विकलांगता सर्टिफिकेट तथा अपने सहायक के साथ सीईटी की परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थी को काबू किया है। पुलिस ने परीक्षार्थी तथा उसके सहायक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रविवार को अलेवा राजकीय महाविद्यालय में बनाए गए सीईटी परीक्षा केंद्र के अधीक्षक डा. सुनीता दुग्गल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के दस्तावेजों की जांच की जा रही थी। गांव बुटानी (जींद) निवासी जितेंद्र अपने सहायक राजीव नगर दिल्ली निवासी प्रकाश के साथ परीक्षा केंद्र में बैठा हुआ था। जब जितेंद्र के विकलांगता सर्टिफिकेट को जांचा तो वह झांसी का बना मिला। विकलांगता प्रमाण पत्र को फतेहबाद के नोटरी से अटैस्टिड करवाया गया था। नियमानुसार हरियाणा राज्य से विकलांग प्रमाण पत्र बना होना चाहिए।
सहायक के लिए योग्यता दसवीं की निर्धारित थी, जबकि सहायक की योग्यता ज्यादा थी। सहायक ने अपनी शैक्षणिक योग्यता से संबंधित जो दस्तावेज प्रस्तुत किए गए उनके गुमराह किया गया। उसकी शैक्षणिक योग्यता ज्यादा है। अलेवा थाना पुलिस ने परीक्षा केंद्र अधीक्षक की शिकायत पर परीक्षार्थी जितेंद्र तथा उसके सहायक प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े का सहारा लेने समेत विभिन्न भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया है। एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही।
—————
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
You may also like
सीरिया में असद के पतन के बाद पहली बार संसदीय चुनाव, सितंबर में होंगे मतदान
स्कूल सभा के लिए आज के समाचार: राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और खेल की प्रमुख खबरें
वाराणसी में अवैध गतिविधियों पर सख्ती: एसओजी-2 का गठन, एसओजी-1 को नई जिम्मेदारी
हड्डी टूटने के बावजूद बैटिंग करके बचाया मैच, अब ऋषभ पंत सीरीज से बाहर, BCCI ने इस खिलाड़ी की कराई टीम इंडिया में एंट्री
जयंती विशेष : ठाठ बनारसिया, जिसने वाद विवाद संवाद और नामवर को बनाया अमर