भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने देश के कई हिस्सों में अगले सात दिनों तक भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यह मौसम का ऐसा दौर है, जब जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल और पूर्वोत्तर भारत से उत्तर भारत तक के कई इलाकों में तेज बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है। यह अलर्ट 21 से 27 जुलाई, 2025 तक प्रभावी रहेगा। चाहे आप पहाड़ी इलाकों में रहते हों या मैदानी क्षेत्रों में, इस दौरान सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। आइए, जानते हैं कि किन-किन राज्यों में क्या स्थिति रहने वाली है और इस मौसम से निपटने के लिए आपको क्या करना चाहिए।
उत्तर भारत में बारिश का कहरउत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में 21 से 24 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। खासकर, 21 और 22 जुलाई को उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश हो सकती है, जबकि हिमाचल प्रदेश में 21 से 23 जुलाई तक तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। इन इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ सकता है। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों और निवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। अगर आप इन क्षेत्रों में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की ताजा जानकारी जरूर लें।
दक्षिण भारत में मॉनसून की मारदक्षिण भारत के राज्यों, जैसे केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में भी अगले सात दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है। तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। केरल में मॉनसून की सक्रियता के कारण नदियों और जलाशयों का जलस्तर बढ़ सकता है, इसलिए स्थानीय लोग और पर्यटक सतर्क रहें।
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत पर भी नजरउप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में 21 से 27 जुलाई तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी है। तटीय ओडिशा में 23 जुलाई से लगातार बारिश का दौर शुरू हो सकता है। इन क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। अगर आप इन इलाकों में रहते हैं, तो आपातकालीन किट तैयार रखें और मौसम अपडेट्स पर नजर बनाए रखें।
मध्य और पश्चिमी भारत में स्थितिमध्य और पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में भी तेज बारिश की संभावना है। खासकर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इन राज्यों में शहरी इलाकों में जलभराव और ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं।
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